131st National Librarian’s Day 2023
(1892-1972)
Librarian’s Day:
Librarian’s Day is celebrated in India on August 12th every year in honor of Dr. S. R. Ranganathan, a pioneer in the field of library science and documentation. Dr. Ranganathan was a visionary librarian and mathematician who significantly contributed to the organization and management of libraries. He developed several innovative library classification systems and cataloging techniques, revolutionizing the way information is organized and accessed in libraries.
Dr. Ranganathan’s work emphasized the importance of user-centric services and efficient information retrieval. His Five Laws of Library Science are foundational principles in modern librarianship. Librarian’s Day serves as a tribute to his legacy and the crucial role that librarians play in disseminating knowledge and promoting education.
The Biography of Dr. S. R. Ranganathan:
Dr. S. R. Ranganathan (1892–1972) was an Indian librarian, mathematician, and educator, often referred to as the “Father of Library Science in India.” Born on August 12, 1892, in Shiyali, Tamil Nadu, India, he had a keen interest in mathematics from a young age and pursued studies in mathematics and library science.
Dr. Ranganathan is best known for his pioneering work in library science, where he introduced innovative concepts and systems to enhance the organization and accessibility of information in libraries. He developed the Colon Classification System, which provided a logical and systematic approach to classifying books and documents based on subject matter.
His contributions to cataloging and information retrieval led to the creation of the “Five Laws of Library Science,” which laid the foundation for modern library practices. These laws emphasized principles such as “Books are for use,” “Every reader has his or her book,” and “Save the time of the reader.”
In addition to his work in library science, Dr. Ranganathan was also instrumental in establishing library education programs in India and played a crucial role in shaping the curriculum and standards for library professionals. His efforts have had a lasting impact on library science education and practice, not only in India but also internationally.
Dr. S. R. Ranganathan’s legacy continues to inspire librarians and information professionals around the world, and Librarian’s Day is celebrated to honor his remarkable contributions to the field of library science and his dedication to promoting knowledge dissemination and education.
School Leader’s Conclave 2023
स्कूल लीडर कॉन्क्लेव में भाग लिया 50 से ज्यादा संस्थाओ के प्रतिनिधियों ने |
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी मैं 13 मई को स्कूल लीडर कॉन्क्लेव आयोजित किया गया । कॉन्क्लेव में 50 से ज्यादा आसपास के विभिन्न स्कूलों के प्रिंसिपल्स चेयरमैंस व डायरेक्टर्स उपस्थित थे ।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ की गई । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफ़ेसर संदीप कुमार तोमर ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण माध्यमों को विस्तार से बताया और बीएसडीयू के विजन और मिशन पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय पूर्णतया स्किल्स एजुकेशन को समर्पित है और विश्व स्तर की मशीनो पर प्रशिक्षण ही हमारी विशिष्ट्ता है और स्किल्स एजुकेशन में हम विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा व डिग्री प्रदान कर रहे हैं ।
फैकल्टी ऑफ मैन्युफैक्चरिंग स्किल्स के डीन व डायरेक्टर, इंडस्ट्रियल रिलेशन प्रोफेसर झा ने कौशल शिक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए और स्कूल शिक्षा व उच्च शिक्षा में कौशल शिक्षा पर विस्तार से चर्चा की । प्रोफेसर झा ने संबोधित करते हुए कहा कि बी एस डी यू एक कौशल विकास विश्वविद्यालय है जो छात्रों को उचित प्रशिक्षण, गुणवत्ता का बुनियादी ढांचा और अच्छी तरह डिजाइन कोर्सेज प्रदान करके उन्हें उपयुक्त माहौल देते हुए भारत में कौशल विकास उद्योग में उत्कृष्टता लाने की दिशा में काम कर रही है ताकि छात्र अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हो जाएं । उन्होंने कहा कि हमारे छात्रों को विशेषज्ञों से प्रशिक्षण तो मिलता ही है मशीनरी के साथ ठीक से काम करने का अनुभव भी प्राप्त होता है । फैकल्टी ऑफ हेल्थ केयर एंड पैरामेडिकल स्किल्स के स्विस विजिटिंग फैकल्टी लुइस ने स्विजरलैंड और भारतीय स्वास्थ्य शिक्षा में अंतर बताते हुए इस क्षेत्र में और नए स्किल्स कोर्स करने की जरूरत बताते हुए स्विस डुएल सिस्टम्स पर में विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर डॉ राजदीप देव ने स्किल एजुकेशन की महत्ता बताते हुए कहा कि आज टेक्नोलॉजी के बढ़ते हुए उपयोग से हमारी संपूर्ण शिक्षा में स्किल्स कोर्सेज की तुरंत आवश्यकता है ।उन्होंने कहा कि आने वाले समय के लिए और भारत की युवा आबादी को शिक्षा, व्यवसायिक प्रशिक्षण और आजीवन सीखते रहना, रोजगार पाने के लिए अति आवश्यक है, और बेहतर नौकरियों के लिए ग्रेजुएशन जैसे कोर्स के साथ-साथ अलग-अलग स्किल्स में प्रशिक्षण प्राप्त करने के अवसरों का लाभ उठाना चाहिए जो कैरियर में विकास के नए रास्ते और संभावनाएं खोलते हैं । इस अवसर पर बीएसडीयू के सभी प्रिंसिपल्स फैकल्टी एवं स्टाफ मौजूद थे ।कार्यक्रम के दौरान सभी स्कूल लीडर्स को कैंपस का भ्रमण करवाया गया और अंत में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
Participants from 22 countries on 26 and 27 Dec 2022
*Glad to share that we hosted ITEC participants from 22 countries for a two-day Exposure Visit and Skill Workshop*#BSDU Jaipur
Project Exhibition 2022
It gives us immense pleasure to inform you that the IIC of Bhartiya Skill Development University Jaipur under the aegis of the Ministry of Education, Govt. of India will organize a Project Exhibition ” on 21 December 2022 from 9:30 AM to 1:00 PM. The chief guest of the exhibition is our honorable chief functionary of RUJCT, Mr. Jayant Joshi.